पश्चिमी बनावट वाली टॉयलेट सीटों को अक्सर लोग गलत ढंग से फ्लश करते हैं। एरिज़ोना विश्वविद्यालय के माईक्रोबायोलॉजिस्ट डॉ. चार्ल्स गेरबा चेतावनी देते हुए कहते हैं कि टॉयलेट सीट के ढक्कन को हमेशा बंद करके ही फ्लश करना चाहिए। यदि ऐसा नहीं किया जाता तो संकमित एवं प्रदूषित पानी के कण बाहर निकलकर कुछ घंटों के लिए हवा में तैरते रहते हैं और इसके बाद जब वे नीचे गिरते हैं तो संपर्क में आई हर वस्तु को संक्रमित कर देते हैं। उनमें से एक आपका टूथब्रश भी हो सकता है। और ऐसा होना कभी भी आपकी सेहत पर भरी पड़ सकता है। इसलिए जब भी टॉयलेट फ्लश करें तो ध्यान रखें कि उसका ढक्कन बंद रखा जाए।
कहीं आप भी तो इसी तरह टॉयलेट फ्लश नहीं करते?
पश्चिमी बनावट वाली टॉयलेट सीटों को अक्सर लोग गलत ढंग से फ्लश करते हैं। एरिज़ोना विश्वविद्यालय के माईक्रोबायोलॉजिस्ट डॉ. चार्ल्स गेरबा चेतावनी देते हुए कहते हैं कि टॉयलेट सीट के ढक्कन को हमेशा बंद करके ही फ्लश करना चाहिए। यदि ऐसा नहीं किया जाता तो संकमित एवं प्रदूषित पानी के कण बाहर निकलकर कुछ घंटों के लिए हवा में तैरते रहते हैं और इसके बाद जब वे नीचे गिरते हैं तो संपर्क में आई हर वस्तु को संक्रमित कर देते हैं। उनमें से एक आपका टूथब्रश भी हो सकता है। और ऐसा होना कभी भी आपकी सेहत पर भरी पड़ सकता है। इसलिए जब भी टॉयलेट फ्लश करें तो ध्यान रखें कि उसका ढक्कन बंद रखा जाए।
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